मोदी का ये सर्वश्रेष्ठ टाइम पर ‘टाइम’ में नहीं मिली जगह

Saina-Priyanka in Time 100, PM Modi Out

Author :Dr. Amardeep | Date :26 Apr 2016

प्रतिष्ठित पत्रिका टाइम ने दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली शख्सियतों की साल 2016 की सूची में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन, टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्ज़ा, अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा, पर्यावरणविद सुनीता नारायण और फ्लिपकार्ट के संस्थापक बंसल बंधुओं – बिन्नी बंसल और सचिन बंसल - को जगह दी है। पिछले दो सालों से लगातार इस सूची में शामिल रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आश्चर्यजनक रूप से इस बार 100 नामचीन हस्तियों में अपनी जगह नहीं बना पाए।  

बहरहाल, टाइम ने साल की 100 हस्तियों की सूची पिछले सप्ताह जारी की। इसमें शामिल रघुराम राजन को भारत का भविष्यदर्शी बैंकर बताते हुए पत्रिका के सहायक प्रबंध संपादक राना फोरूहर ने लिखा है कि वैश्विक सुस्ती के बावजूद भारत को चमकता सितारा बनाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान है। पत्रिका में सानिया मिर्जा की प्रोफाइल क्रिकेटर सचिन तेन्दुलकर ने लिखी है। सचिन ने लिखा है कि सानिया का विश्वास, ताकत तथा जुझारूपन टेनिस से ऊपर पहुँच गया है और इन्होंने कई भारतीयों को सपने साकार करने के लिए प्रेरित किया है। पूर्व विश्व सुंदरी प्रियंका चोपड़ा के बारे में हॉलीवुड अभिनेता ड्वेन जॉनसन ने लिखा है कि वह महत्वाकांक्षी हैं, आंदोलनकारी प्रवृत्ति की हैं और बहुत अच्छी तरह जानती हैं कि कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। सुनीता नारायण के बारे में टाइम का कहना है कि वह और उनका संगठन सेंटर फॉर साइंस एंड इनवायरमेंट पिछले करीब दो दशक से भारत की राजधानी में खतरनाक वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए अभियान चला रहे हैं। बंसल बंधुओं के बारे में लिखते हुए टाइम ने रेखांकित किया है कि उनकी कंपनी का मूल्यांकन 13 अरब डॉलर और उपयोगकर्ताओं की संख्या 7.5 करोड़ है।

टाइम ने दुनिया की जिन शीर्ष शख्सियतों को इस बार की सूची में शामिल किया है उनमें अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, अमेरिका में इस साल होने वाले चुनाव में राष्ट्रपति पद की प्रबल दावेदार हिलेरी क्लिंटन, जर्मन चांसलर एंजेला मार्केल, फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद, रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन, उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जॉग उन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, म्यांमार की नेता आंग सान सू ची, फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग और ऑस्कर विजेता अभिनेता लिओनार्दो दी कैपरियो शामिल हैं। इस सूची में भारतीय मूल के अमेरिकी सुंदर पिचई (गूगल के सीईओ), अजीज अंसारी (हास्य अभिनेता) और राज पंजाबी (लास्ट माइल हेल्थ के सीईओ) भी हैं।

चलिए, ये तो हुई उनकी बात जिन्होंने टाइम की सूची में जगह बनाई। टाइम विश्वस्तर पर चर्चित और प्रतिष्ठित पत्रिका है और उसके अपने मापदंड और मानदंड होंगे। होने भी चाहिएं। इसलिए ये पूछने का कोई मतलब नहीं कि पत्रिका ने किसी को 100 लोगों में शामिल करने के लायक क्यों माना। लेकिन चाहे कोई भी पैमाना क्यों ना रहे, नरेन्द्र मोदी का उनमें शामिल होना ना केवल चौंकाता है बल्कि अखरता भी है और इसके बड़े ही स्पष्ट कारण हैं। पहला, मोदी जिस प्रचंड बहुमत के साथ भारत जैसे विशाल और वर्तमान में वैश्विक स्तर पर कई लिहाज से महत्वपूर्ण देश की सत्ता पर काबिज हुए हैं वो अभूतपूर्व है। दूसरा, मोदी ना केवल सरकार बल्कि एक बड़े राष्ट्रीय दल के भी सर्वमान्य सर्वेसर्वा हैं। ऐसे उदाहरण बहुत कम दिखते हैं। तीसरा, सोशल मीडिया से लेकर अन्तर्राष्ट्रीय मंचों तक उनकी उपस्थिति और सक्रियता कमाल की रही है और चौथा, प्रधानमंत्री होने और लोकप्रिय होने के अतिरिक्त राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाओं पर उनका जैसा प्रभाव दिखता है वो तो चर्चा का विषय है ही।

पिछली बार टाइम के लिए मोदी का परिचय स्वयं अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने लिखा था और ये हल्के में लेने की बात नहीं। पत्रिका के उस संस्करण से इस संस्करण के बीच की अवधि की बात करें तो भी मोदी ने किसी बड़े राष्ट्राध्यक्ष की तुलना में कम ध्यान खींचा हो ऐसी बात नहीं। आप इससे भी इनकार नहीं कर सकते कि ये मोदी का सर्वश्रेष्ठ टाइम है पर टाइम में उनको जगह नहीं मिली..! दूसरी ओर ओबामा को 11वीं बार, हिलेरी को 10वीं बार और मार्केल को 8वीं बार इस सूची में जगह दी गई है।

जो भी हो, मोदी की गैरमौजूदगी को तूल देने से बेहतर है कि हम 100 प्रभावशाली लोगों की सूची में स्थान बनाने वाले भारतीयों और उनसे जुड़ी सम्भावनाओं को देखें और सराहें। हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि सम्मान और पुरस्कार की कोई भी सूची कभी पूर्ण और विवादों से परे नहीं रही है।

बोल बिहार के लिए डॉ. अमरदीप