सत्ता के दो साल बाद भी हैं मोदी लोगों की पहली पसंद

Narendra Modi

Author :Dr. Amardeep | Date :09 Apr 2016

आप दो साल से सत्ता के शिखर पर हों, सोशल मीडिया के दौर में आपको, आपकी हर बात और हर काम को हर पल खंगाला जा रहा हो और सबसे बड़ी बात ये कि अपेक्षाओं की करोड़ों गठरियाँ हों आपके कंधों पर, फिर भी आप लोगों की पहली पसंद बने हुए हों तो ये सचमुच एक बड़ी उपलब्धि है। जी हाँ, अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स और टीएनएस द्वारा कराए गए एक सर्वे के मुताबिक सत्ता में आने के दो साल बाद भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है। मोदी अब भी लोगों की पहली पसंद बने हुए हैं।

बता दें कि इकोनॉमिक टाइम्स ने ये सर्वे दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, कोलकाता, हैदराबाद और अहमदाबाद में कराए थे। 24 से 50 साल के लगभग दो हजार लोगों के बीच कराए गए इस सर्वे के मुताबिक 86 प्रतिशत लोग केन्द्र सरकार की आर्थिक उपलब्धियों से संतुष्ट हैं और 62 प्रतिशत लोगों का मानना है कि सरकार ने नौकरियों के नए अवसर पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यही नहीं, 58 प्रतिशत लोग भारत में अपना भविष्य उज्जवल मानते हैं और उन्हें भाजपा के नारे अच्छे दिन आने वाले हैं पर पूरा भरोसा है।

लोकप्रियता के मामले में मोदी बाकी नेताओं से कोसों आगे हैं। सर्वे के मुताबिक 41 प्रतिशत लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी को 10 में से 7.68 प्रतिशत अंक दिए हैं। वहीं वित्त मंत्री अरुण जेटली को 5.86 प्रतिशत और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को मात्र 3.61 प्रतिशत अंक मिले हैं।

जेएनयू में राष्ट्रवाद और देशद्रोह के मामलों को लेकर भी सर्वे में सवाल पूछे गए जिस पर 46 प्रतिशत लोगों ने कहा कि पूरे मामले में कांग्रेस की गलती थी और 58 प्रतिशत लोगों का मानना था कि सरकार ने जो कदम उठाया वो पूरी तरह सही था।

ये संभव है कि इस सर्वे के सारे निष्कर्षों से हम या आप सहमत ना हों लेकिन इतना तो मानना ही पड़ेगा कि मोदी ने अपने ग्राफ को बहुत सलीके से मैन्टेन किया है। उन्हें ये अच्छी तरह पता है कि भारत अत्यन्त संवेदनशील देश है। यहाँ जिस रफ्तार से लोगों की अपेक्षा उनसे जुड़ी है, उसके टूटने पर प्रतिक्रिया भी उसी अनुपात में होगी। बहरहाल, देश का प्रधानमंत्री देश का नायक होता है और नायक की सबसे बड़ी पूंजी है लोगों का विश्वास जो उनके पास है। विश्वास की ये डोर आगे के वर्षों में कमजोर पड़ती है या और मजबूत होती है, ये देखने की बात होगी।

बोल बिहार के लिए डॉ. अमरदीप